अगर आप भी स्मार्टफोन यूज करते हैं तो हो जाइए सावधान, देश में तेजी से एआई का इस्तेमाल बढ़ रहा है। स्मार्टफोन का बढ़ता दायरा और नई नई तकनीक लोगों को फायदे के साथ नुकसान भी पहुंचा रही है। इन दिनों एक स्कैम काफी खतरनाक साबित हो रहा है, इस स्कैम का नाम है वॉयस क्लोनिंग स्कैम। जी हां, इसमें स्कैमर्स लोगों की आवाज की नकल करके उनके दोस्तों और रिश्तेदारों को शिकार बना रहे हैं। स्कैमर्स सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से लोगों की आवाज कॉपी करते हैं, इसके बाद उनके करीबियों को फोन कॉल करके मदद के बहाने से पैसों की मांग करते हैं।
साइबर अपराधी वॉयस मैसेज भेजकर लोगों के दोस्तों से मदद मांगते हैं। इस स्थिति में अधिकतर लोग आवाज की पहचान नहीं कर पाते हैं और अपराधियों के शिकार हो जाते हैं।
कई मामलों में स्कैमर्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा भी लेते हैं। स्कैमर्स किसी एप के जरिए फोन कॉल या वॉयस मैसेज भेजते हैं और जल्दी से मदद के नाम पर कोई जानकारी या फिर पैसों की डिमांड करते हैं।
अगर आपके पास कोई अनजान नंबर से फोन कॉल आए और उस पर पैसों की मांग की जाए तो सावधान हो जाएं। वरना आप वॉयस क्लोनिंग स्कैम के शिकार हो सकते हैं।
वहीं, अगर सोशल मीडिया पर या अन्य प्लेटफॉर्म पर किसी तरह का वॉयस मैसेज भेजकर मदद के नाम पर पैसों की मांग करता है तो सतर्क होने की जरूरत है। कोई भी एक्शन लेने से पहले उस मैसेज को वेरिफाई करें।
सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म पर सेफ्टी का ध्यान रखें। सभी प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से सतर्क रहे और बिना पहचान के उन्हें लिस्ट में शामिल न करें।
वॉयस क्लोनिंग स्कैम से बचने के लिए सबसे जरूरी है इस बारे में सही जानकारी होनी चाहिए। साथ ही सावधानी बरतनी जरूरी है