आज मद्रास उच्चन्यायालय के एक निर्णय ने आमरण अनशनरत यति सन्यासियो में प्राण डाल दिये।अब यति सन्यासी अपनी लड़ाई को हर हालत में अपनी अंतिम सांस तक लड़ेंगे।
आज मद्रास हाइकोर्ट ने अपने एक निर्णय में कहा कि हिन्दुओ के मंदिर कोई पिकनिक स्पॉट नहीं है और हर मंदिर के बाहर बोर्ड लगना चाहिये कि यहाँ गैर हिन्दू का प्रवेश वर्जित है।इसके लिये मद्रास हाइकोर्ट ने एकदम उन्ही शब्दो का प्रयोग किया है जो शब्द यति सन्यासियो के गुरु महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज कई वर्षों से लगातार कहते हुए आ रहे हैं।यति सन्यासियो के मंदिर शिवशक्ति धाम डासना में यह बोर्ड लगभग 15 वर्षो से लगा हुआ है।कई बार इस बोर्ड को लेकर पुलिस,प्रशासन और राजनेताओं से यति सन्यासियो का टकराव भी हुआ पर यति सन्यासियो ने अपने मंदिर में गैर हिन्दुओ को घुसने नहीं दिया।
आज आमरण स्थल पर आए अनिल यादव,अक्षय त्यागी,अरुण त्यागी,बॉबी त्यागी और मोहित नागर बजरंगी ने फूल मालाओं से यति सन्यासियो का अभिनन्दन किया और आसपास खड़े जनसमूह को लड्डू खिलाये।
आज अनिल यादव ने यह कहा कि मद्रास हाइकोर्ट ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज की विचारधारा को स्वीकार करके सनातन धर्म को एक नई दिशा दी है।अब हम रुकने वाले नहीं है।अब हमारा संघर्ष रंग लाएगा।अब हम प्रयागराज उच्चन्यायालय में जनहित याचिका डाल कर यहाँ के सभी मंदिरों में गैर हिंदू प्रवेश को रोकने का संघर्ष करेंगे।