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बाला जी डेयरी के खिलाफ फिर उठी आवाज: रात में चोरी-छिपे नियमों का उल्लंघन

स्थानीय लोगों ने एक बार फिर बाला जी डेयरी के खिलाफ शिकायत दर्ज की है, जिसमें डेयरी पर अवैध गतिविधियों और नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया गया है। बीते 17 अप्रैल को न्यूज पोर्टल्स पर प्रकाशित खबरों के बाद डेयरी का काम कुछ समय के लिए बंद हुआ था, लेकिन अब जानकारी मिली है कि डेयरी रात के अंधेरे में चोरी-छिपे वही गैरकानूनी काम कर रही है।

 

**खुले में पनीर निर्माण, सड़क पर खतरा**

स्थानीय लोगों के अनुसार, डेयरी द्वारा रात में खुले में पनीर बनाया जा रहा है, जिससे सड़क पर चिकनाहट फैल रही है। इससे राहगीरों के फिसलने का खतरा बढ़ गया है। इसके अलावा, पनीर निर्माण के दौरान होने वाली लापरवाही से आसपास के क्षेत्र में दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।

 

**लैब और स्थानीय लोगों की सुरक्षा खतरे में**

बाला जी डेयरी के पास स्थित एक लैब को भी इस गतिविधि से खतरा है। पनीर निर्माण के दौरान किसी भी दुर्घटना से लैब प्रभावित हो सकता है, जिसका असर आसपास रहने वाले लोगों पर पड़ सकता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि डेयरी की लापरवाही उनकी सेहत और जान के लिए जोखिम पैदा कर रही है।

 

**प्रशासन की अनदेखी, डेयरी की मनमानी**

पहले शिकायत के बाद डेयरी ने काम बंद किया था, लेकिन अब रात में चोरी-छिपे वही काम जारी है। इससे साफ है कि डेयरी प्रशासन की नाक के नीचे नियमों की धज्जियां उड़ा रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि डेयरी नियमों का पालन करे और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित हो।

 

**लोगों की मांग: तुरंत कार्रवाई**

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि बाला जी डेयरी के खिलाफ तत्काल और कड़ी कार्रवाई की जाए। उनका कहना है कि डेयरी की गैरकानूनी गतिविधियां न केवल नियमों का उल्लंघन हैं, बल्कि जनता की सेहत और सुरक्षा के लिए भी गंभीर खतरा हैं। प्रशासन से अनुरोध है कि इस मामले की गहन जांच कर डेयरी को नियमों के दायरे में लाया जाए।

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