कानपुर। सिविल लाइंस स्थित एक हजार करोड़ रुपये की नजूल की जमीन कब्जाने के प्रयास के मामले में जेल गए अवनीश दीक्षित के चार और साथियों की हिस्ट्रीशीट खोल दी गई है। पुलिस ने इन पर निगरानी शुरू कर दी है। इनमें से दो सगे भाई हैं, जबकि एक खुद को अधिवक्ता और दूसरा सपा नेता बताता है। ये सभी कानपुर रेंज स्तर पर रजिस्टर्ड अवनीश दीक्षित गैंग के सक्रिय सदस्य हैं।
चार आरोपियों पर बढ़ी पुलिस की सख्ती
कोतवाली पुलिस ने सिविल लाइंस निवासी अधिवक्ता जितेश झा, सपा नेता बताने वाले राहुल वर्मा, मैथाडिस्ट कंपाउंड निवासी अर्पण एरियल और उसके भाई अभिषेक एरियल की हिस्ट्रीशीट शनिवार को खोली। इससे पहले, अवनीश दीक्षित और मनोज यादव उर्फ वसूली बंदर की भी हिस्ट्रीशीट खोली जा चुकी है।
अगले हफ्ते जब्त होगी हरेंद्र मसीह की संपत्ति
इस मामले में आरोपी हरेंद्र मसीह की अपराध से अर्जित संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। कोतवाली प्रभारी जगदीश पांडेय के मुताबिक, झांसी के डीएम और एसएसपी को इस संबंध में पत्र भेजा गया है। अगले हफ्ते कोतवाली पुलिस की टीम झांसी जाकर जब्ती की कार्रवाई करेगी।
पुलिस कमिश्नर ने दी मंजूरी
28 जुलाई को नजूल की जमीन कब्जाने के मामले में अवनीश दीक्षित, हरेंद्र मसीह समेत 33 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने हरेंद्र की संपत्ति जब्त करने की मंजूरी दे दी है, जबकि अवनीश दीक्षित की संपत्ति जब्त करने का मामला अभी लंबित है।
गैंगस्टर एक्ट के तहत होगी संपत्ति कुर्क
पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 (1) के तहत कार्रवाई करते हुए अवनीश दीक्षित गैंग के कुल 15 सक्रिय सदस्यों की संपत्तियां कुर्क करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें हरेंद्र मसीह, राहुल वर्मा, विसेंट विक्रम उर्फ विक्की चार्ल्स, संदीप शुक्ला, कमला एरियल, अभिषेक एरियल, नौरिस एरियल, अर्पण एरियल, अली अब्बास, जितेश झा, जितेंद्र शुक्ला, विवेक पांडेय, मनोज यादव, मो. वसीम खान, अखलाक अहमद समेत कई नाम शामिल हैं। विवेचना के दौरान रमन गुप्ता, अमन, नितिन समेत चार अन्य नाम भी सामने आए हैं।
पुलिस की कार्रवाई जारी
संपत्तियों की जब्ती के लिए पुलिस ने जरूरी दस्तावेज तैयार कर लिए हैं। जल्द ही संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। पुलिस ने साफ किया है कि कानपुर में अपराध और अवैध कब्जों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।