उपनगरी ज्वालापुर के धीरवाली क्षेत्र में श्री राधा रमण लाल के 22वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर सोमवार को श्रद्धा, भक्ति और उत्साह से ओतप्रोत भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का शुभारंभ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज, महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वर महाराज तथा समाजसेवी डा. विशाल गर्ग ने संयुक्त रूप से किया।
भक्ति संगीत से सराबोर इस शोभायात्रा में भजन सम्राट कुलदीप कृष्ण चौहान ने अपने मधुर भजनों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया। उनके प्रस्तुत भजनों पर श्रद्धालु झूमते नजर आए।
इस अवसर पर श्रीमहंत रविन्द्रपुरी महाराज ने कहा कि “भजन हमारी संस्कृति और परंपरा का जीवंत माध्यम हैं। युवा पीढ़ी को भजनों के माध्यम से अपनी जड़ों को पहचानना चाहिए और पाश्चात्य प्रभाव से दूर रहना चाहिए। सनातन संस्कृति आज पूरी दुनिया का मार्गदर्शन कर रही है।”
उन्होंने बताया कि पंडित अधीर कौशिक धार्मिक शिक्षाओं और सनातन धर्म के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने घोषणा की कि “जल्द ही पंडित अधीर कौशिक को संत महापुरुषों की उपस्थिति में ‘ब्रह्मऋषि’ की उपाधि प्रदान की जाएगी।”
इस मौके पर पंडित अधीर कौशिक, अध्यक्ष — श्री अखंड परशुराम अखाड़ा, ने कहा कि “भजन सुनने से व्यक्ति के भीतर संस्कृति का भाव जागृत होता है। सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार में सभी को मिलकर योगदान देना चाहिए।”
शोभायात्रा में डा. पवन गुप्ता, विनोद चौहान, शम्भू दास महाराज, प्रदीप शर्मा, देवेन्द्र, प्रशांत त्यागी, मगन बंसल, आशीष मेहता, महंत हरिओम, ममता चौहान, संतोषी त्यागी, भावना चौहान, अवनी चौहान, प्रमिला चौहान, सीमा चौहान, नैना चौहान, रीना, राखी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
भक्ति और उल्लास से ओतप्रोत यह शोभायात्रा नगर में धर्म और संस्कृति की एकता का संदेश देती रही।




