खारास्रोत (मुनिकीरेती, ऋषिकेश) में 25 अक्टूबर की देर रात हुए कथित विवाद एवं हत्या के बाद ठेके ने तीसरे दिन भी काम नहीं किया।
थाना मुनिकीरेती के अंतर्गत आने वाले इस इलाके में 28 अक्टूबर को विभिन्न सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने शराब ठेका बंद रखने को लेकर प्रदर्शन किया।
विवरण:
– पुलिस के अनुसार, 25 अक्टूबर रात लगभग 10:30 बजे ढालवाला-खारास्रोत के अंग्रेजी शराब ठेके के पास अजेंद्र कंडारी (28 वर्ष) तथा उसके पड़ोसी मित्र अक्षय ठाकुर (25 वर्ष) के बीच विवाद हुआ। अक्षय ने चाकू से कई वार कर अजेंद्र को बुरी तरह घायल किया। घायल को स्थानीय लोगों की मदद से अस्पताल ले जाया गया जहाँ चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
– घटना के बाद गुस्साए परिवारीजन एवं ग्रामीणों ने युवक के शव को बदरीनाथ हाईवे पर रखकर घंटों हंगामा किया।
– आरोपित अक्षय को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, अतिरिक्त जांच जारी है।
– इस पूरी कार्रवाई और हत्या की पृष्ठभूमि के चलते शराब ठेके के विरुद्ध सामाजिक आक्रोश बना हुआ है, जिसके चलते ठेका तीसरे दिन भी बंद रहा।
प्रभाव:
– स्थानीय लोगों का कहना है कि शराब के ठेके के आसपास असामाजिक गतिविधियों में वृद्धि हुई है, और इस घटना ने लोगों में विरोध की लहर जन्म दी है।
– ठेका बंद रहने से प्रशासन एवं ठेका संचालक दोनों को आर्थिक व सामाजिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
– मामले में कार्रवाई तेज होने तथा जिले में ठेका-प्रबंधन और सामाजिक निगरानी की मांग जोर पकड़ रही है।
आगे क्या होगा:
– पुलिस की प्राथमिक जांच के आधार पर आरोपित पर विशेष धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जा सकता है।
– स्थानीय प्रशासन के द्वारा ठेके के पुनः संचालन से पहले सामाजिक समन्वय बैठकें बुलाए जाने की संभावना है।
– यदि ठेका बंदी जारी रहती है तो स्थानीय दुकानदारों और आसपास के व्यवसायों पर भी प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
संपादकीय सुझाव:
यह घटना सिर्फ एक अपराध की घटना नहीं, बल्कि समाज-सुधार एवं शराब नीति के इर्द-गिर्द चल रही बहस को भी सामने ला रही है। स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठन मिलकर ठेका-परिसीमाओं का पुनर्मूल्यांकन करें और ऐसी घटनाओं को पुनरावृत्ति से रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं।




