बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के अंतर्गत आज 13 अक्टूबर से औरंगाबाद जिले की छह विधानसभा सीटों पर नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन पहले ही दिन किसी भी उम्मीदवार ने अपना नामांकन दाखिल नहीं किया। प्रशासनिक और राजनीतिक स्तर पर इस अजीब स्थिति को लेकर चर्चाएँ तेज हो गई हैं।
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मुख्य बिंदु:
नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ, लेकिन सुस्ती:
जिले के सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में नामांकन कार्य आज शुरू हुआ। परन्तु किसी पार्टी अथवा महाप्रत्याशी ने पहले दिन अपनी दावेदारी नहीं पेश की।
संभावित प्रत्याशी इस समय राजनीतिक शीर्ष नेतृत्वों के निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं।
तैयारियां प्रशासन की:
कलेक्ट्रेट और अन्य नामांकन कार्यालयों के आस-पास बैरिकेडिंग और सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी गई है।
नामांकन केंद्रों की CCTV निगरानी, वीडियोग्राफी और प्रवेश-नियंत्रण व्यवस्था की भी व्यवस्था की गई है।
विभागीय अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस व निर्वाचन अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।
समय-सारिणी व निर्देश:
नामांकन कार्य 13 अक्टूबर से शुरू होकर 20 अक्टूबर तक चलेगा।
नामांकन केंद्रों में प्रवेश के लिए प्रतिबंधित वाहनों की संख्या, समर्थकों की संख्या आदि नियम पहले से निर्धारित किए गए हैं।
लाउडस्पीकर या ध्वनि विस्तारक यंत्र रात 10 बजे के बाद नहीं उपयोग किए जा सकेंगे।
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विश्लेषण एवं संभावनाएँ:
राजनीतिक समीकरणों में देरी या रणनीतिक असमंजस कारण हो सकते हैं कि पार्टियों ने आज नामांकन नहीं किया।
स्थानीय स्तर पर पार्टियों के उम्मीदवारों के चयन में अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ हो सकता है।
सुस्त शुरुआत यह संकेत दे सकती है कि आगामी दिनों में नामांकन में तेजी देखी जा सकती है।
प्रशासन की सख्ती से यह सुनिश्चित किया जाना है कि नामांकन प्रक्रिया निष्पक्ष और व्यवस्थित रूप से हो।
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निष्कर्ष:
पहले दिन नामांकन शून्य — यह संवेदनशील राजनीतिक फ्लावर-मार्क है जिसके आगे क्या बदलाव होंगे, यह आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा।