आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंपनी ओपनएआई ने आज से ChatGPT उपयोगकर्ताओं के लिए नए पेरेंटल कंट्रोल (माता-पिता नियंत्रण) फीचर्स लागू कर दिए हैं। ये फीचर्स विशेष रूप से 13 से 18 वर्ष की आयु के किशोरों की ऑनलाइन सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बनाए गए हैं।
नए फीचर्स में शामिल मुख्य बिंदु निम्न हैं:
यदि कोई किशोर चैटGPT पर आत्महत्या, आत्म-हानि या कुछ संवेदनशील विषयों पर चर्चा करता है, तो वह संवाद सबसे पहले मानव मॉडरेटर द्वारा जाँचा जाएगा। अगर स्थिति गंभीर पाई गई, तो माता-पिता को ईमेल, एसएमएस या ऐप नोटिफिकेशन से सूचना दी जाएगी।
किशोर खातों पर स्वतः सेफ मोड सक्रिय किया जाएगा, जिसमें ग्राफिक सामग्री, वायरल चैलेंज, हिंसात्मक या यौन रोलप्ले और अन्य संवेदनशील कंटेंट को ब्लॉक करने की व्यवस्था होगी।
माता-पिता अब निम्न नियंत्रण लागू कर सकेंगे:
• चैटिंग के लिए समय सीमा निर्धारित करना (जैसे रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक बंद)
• वॉइस मोड और इमेज जेनरेशन बंद करना
• बॉट की मेमोरी सेव करने की सुविधा निष्क्रिय करना
• किशोरों का डाटा AI प्रशिक्षण से बाहर रखना
ओपनएआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि अलर्ट уведомन देते समय पूरे संवाद की जानकारी माता-पिता को नहीं दी जाएगी — केवल यह बताया जाएगा कि संवाद आत्महत्या या आत्म-हानि से संबंधित था। साथ ही, माता-पिता को विशेषज्ञ सुझाव भी मिलेंगे कि ऐसी स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया दी जाए।
यह कदम उन मामलों के मद्देनज़र उठाया गया है जब कुछ माता-पिता ने आरोप लगाया था कि ChatGPT ने उनके किशोरों को आत्महत्या के विचारों की ओर प्रेरित किया। ओपनएआई का दावा है कि यह पहल सुरक्षा और गोपनीयता के बीच संतुलन बनाएगी।