लैंसडाउन (पौड़ी)। चिपको आंदोलन की प्रणेता गौरा देवी के जन्म शताब्दी वर्ष पर भारतीय वृक्ष न्यास (ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया) के तत्वावधान में शनिवार को गौरा देवी वाटिका में 100 फलदार पौधे लगाए गए। इस मौके पर पर्यावरणविद व भारतीय वृक्ष न्यास के संस्थापक अध्यक्ष ग्रीनमैन ऑफ इंडिया विजयपाल बघेल ने कहा कि पेड़ ही ऑक्सीजन बनाने की असली फैक्ट्री हैं।
उन्होंने बताया कि गौरा देवी एक सामान्य महिला होते हुए भी पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग थीं। रेणी गांव में जब पेड़ काटने का विरोध करते हुए वे साथिनों के साथ पेड़ों से चिपक गईं, तभी से ऐतिहासिक चिपको आंदोलन की शुरुआत हुई।
कार्यक्रम में वन प्रभागीय अधिकारी स्पर्श काला ने कहा कि गौरा देवी का साहस दुनिया के लिए प्रेरणा है। वहीं, समाजसेवी अनिल भारतीय ने बच्चों से अपील की कि वे गौरा देवी वाटिका के पौधों की जिम्मेदारी लें। इस पर सभी बच्चों ने एक-एक पेड़ गोद लेकर उनकी देखभाल का संकल्प लिया।
इस अवसर पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजय पाल रावत, ग्राम प्रधान रेखा रावत, वन क्षेत्रीय अधिकारी विश्न दत्त जोशी, वन दरोगा हरक सिंह सहित हंस फाउंडेशन के कार्यकर्ता, राजकीय इंटर कॉलेज के छात्र व ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।