मुरादाबाद/देहरादून, 16 सितम्बर 2025 — उत्तराखंड के देहरादून district में आए बादल फटने और resultant फ्लैश बाढ़ ने मुरादाबाद मंडल के दर्जनभर मजदूरों की जान ले ली है। घटना में 7 मजदूरों की मौत हो चुकी है, जबकि 5 अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
मुख्य बातें:
हादसा सहस्रधारा (Dehradun) क्षेत्र में तब हुआ जब मजदूर नदी के किनारे बजरी और रेत निकालने के काम में लगे थे। अचानक टॉस नदी (Tons River) का जलस्तर बढ़ गया।
मृतकों में अमरोहा जिले के बिलारी तहसील के मुंडिया जैन गांव के छह लोग शामिल हैं — मदन (45), नरेश (48), हरचरन (60), सोमवती (55), रीना (31), और किरन (35)।
इसके अलावा तीन मजदूर अभी लापता हैं — राजकुमार (21), होराम (32) और सुंदरी (42)।
अमरोहा जिले के रहने वाले कुछ और मजदूर — रहरा गांव के पुष्पेंद्र (20), पीतम (22), पंकज (27) — भी नदी के बहाव में बह गए थे। इनमें से पंकज का शव बरामद कर लिया गया है।
प्रतिक्रिया व बचाव कार्य:
मृतकों के परिजन मौके पर पहुँच गए हैं और प्रशासन से संपर्क में हैं।
प्रशासन एवं स्थानीय अधिकारी देहरादून की टीमों से तालमेल कर रहे हैं। राहत एवं खोज-बचाव कार्य जारी है।
—
संभावित प्रभाव व सुझाव:
इस तरह की घटनाएँ मौसम बदलने पर जन-जीवन व श्रमिकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाती हैं।
नदी किनारे काम करते समय सुरक्षा उपायों का अनुपालन और मौसम पूर्व चेतावनी प्रणाली (weather alerts) का समुचित उपयोग बेहद आवश्यक है।
प्रभावित परिवारों को त्वरित मान-सेवा (compensation, पुनर्वास) की मांग उठ रही है।