हरिद्वार, 27 अगस्त। विकास भवन सभागार, हरिद्वार में बुधवार को पंचायत उन्नति सूचकांक (Panchayat Advancement Index – PAI 2.0) विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती आकांक्षा कोण्डे ने की।
जिला पंचायत राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह ने बताया कि यह सूचकांक पंचायतों में सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) की दिशा में प्रगति को मापने का प्रभावी माध्यम है। इसके आधार पर साक्ष्य-आधारित योजनाएं तैयार की जा सकेंगी।
राज्य नोडल अधिकारी एवं उप निदेशक पंचायतीराज उत्तराखण्ड मनोज कुमार तिवारी ने विस्तृत प्रस्तुतीकरण देते हुए सभी विभागों से 5 सितम्बर तक आवश्यक डाटा पोर्टल पर अपलोड करने का अनुरोध किया।
सीडीओ श्रीमती आकांक्षा कोण्डे ने बताया कि PAI 2.0 में 9 थीम्स — गरीबी मुक्त एवं उन्नत आजीविका गाँव, स्वस्थ गाँव, बाल हितैषी गाँव, जल पर्याप्त गाँव, स्वच्छ व हरित गाँव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढाँचे वाला गाँव, सामाजिक रूप से न्याय संगत एवं सुरक्षित गाँव, सुशासन वाला गाँव तथा महिला हितैषी गाँव — को शामिल किया गया है। इन्हीं मानकों के आधार पर ग्राम पंचायतों का मूल्यांकन होगा और राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार का चयन किया जाएगा।
कार्यशाला में जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी नलिनी ध्यानी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुलेखा सहगल, अपर परियोजना निदेशक नलिनीत घिल्डियाल, मुख्य कृषि अधिकारी जी.एस. भण्डारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी व अधिशासी अभियंता पेयजल निगम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही क्षेत्रीय अधिकारी व कार्मिकों ने ऑनलाइन प्रतिभाग किया।