हरिद्वार, 26 अगस्त – इंटरनेशनल फंड फॉर एग्रीकल्चर डेवलपमेंट (IFAD) के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को हरिद्वार पहुंचकर ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना की प्रगति का जायजा लिया। दौरे का उद्देश्य परियोजना के तहत संचालित आजीविका संवर्धन, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण-अनुकूल गतिविधियों का मूल्यांकन करना रहा।
प्रतिनिधिमंडल ने खानपुर, नारसन और रुड़की विकासखंडों का भ्रमण कर विभिन्न उद्यमों का निरीक्षण किया। इनमें उजाला सीएलएफ की सिंघाड़ा प्रसंस्करण इकाई, आस्था सीएलएफ की महिला-नेतृत्व वाली हिलांस बेकरी, श्री राधे कृष्णा सीएलएफ की ‘माही मिल्क बार’ और उत्कर्ष समूह का उत्कर्ष रेस्टोरेंट शामिल रहे। टीम ने पाया कि सभी इकाइयां जलवायु और पर्यावरणीय मानकों के अनुरूप कार्य कर रही हैं तथा महिलाओं की सक्रिय भागीदारी से ग्रामीण आजीविका को मजबूती मिल रही है।
आईएफ़एडी की ओर से सामाजिक, पर्यावरण एवं जलवायु विशेषज्ञ श्री भरत और लैंगिक एवं संस्था विशेषज्ञ श्रीमती निष्ठा वशिष्ठ ने दौरे में भाग लिया। इनके साथ उत्तराखंड ग्राम्य विकास समिति, जिला परियोजना प्रबंधन इकाई तथा संबंधित विकासखंडों की टीमें भी मौजूद रहीं।
टीम ने लाभार्थियों से संवाद कर यह अनुभव किया कि ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रही है बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में भी अहम भूमिका निभा रही है।