देहरादून, 3 अगस्त – उत्तराखंड सरकार राज्य भर में जर्जर हो चुके स्कूल भवनों का सर्वे कराएगी। लंबे समय से उपेक्षित और खंडहर में तब्दील हो चुके स्कूल भवनों को चिन्हित कर ध्वस्त किया जाएगा। इस कार्य के लिए एक विशेष समिति का गठन किया जाएगा, जो प्रत्येक जिले में स्कूल भवनों की भौतिक स्थिति का आकलन करेगी।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, यह कदम छात्रों की सुरक्षा और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माहौल को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है। कई स्कूल भवन ऐसे हैं जो उपयोग में नहीं हैं, फिर भी वे खतरे की स्थिति में खड़े हैं।
समिति की रिपोर्ट के आधार पर न केवल भवनों को तोड़ा जाएगा, बल्कि ज़रूरत के अनुसार नए भवन निर्माण का प्रस्ताव भी तैयार किया जाएगा। राज्य सरकार का कहना है कि बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ उनकी सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
प्रमुख बिंदु:
सभी जिलों में स्कूल भवनों की होगी जांच
खंडहर भवनों को किया जाएगा ध्वस्त
छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया निर्णय
आवश्यकता अनुसार नए भवनों के निर्माण की योजना
यह कदम राज्य में शिक्षा ढांचे को सुदृढ़ करने की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है।