गरीबों और दलितों के मसीहा को नई दिल्ली में किया गया सम्मानि उत्तराखंड के सामाजिक सेवा में समर्पित व्यक्तित्व डॉ. चंद्र लाल भारती को राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित होटल अशोका, चाणक्यपुरी में आयोजित समारोह में “राष्ट्रीय भारत रत्न सम्मान” से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें गरीबों, वंचितों और दलितों के हित में किए गए असाधारण योगदान के लिए प्रदान किया गया है।
डॉ. भारती मूलतः उत्तरकाशी जनपद के ग्राम ब्यांली, पट्टी बनाल निवासी हैं और वर्तमान में देहरादून के बिंडलास रिवर वैली, कुँआवाला में रहते हैं। वे लोक निर्माण विभाग हरिद्वार में बतौर सिविल इंजीनियर सेवारत हैं। सरकारी सेवा के साथ-साथ वर्ष 1994 से लगातार सामाजिक सेवा में सक्रिय हैं।
डॉ. भारती ने मेधावी व गरीब छात्रों की उच्च और तकनीकी शिक्षा के लिए विशेष सहयोग प्रदान किया है। उन्होंने सैकड़ों छात्रों को आर्थिक सहायता देकर उनकी शिक्षा को नई दिशा दी है। इसके अलावा उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक जागरूकता के लिए अभियान चलाए, स्वयं विभाग से अवकाश लेकर 20-20 किलोमीटर की पैदल यात्राएं कीं और भारतीय संविधान की हजारों प्रतियां निःशुल्क वितरित कीं।
रेप पीड़ित बालिकाओं की सहायता हो या फिर गांवों में संविधान की जानकारी फैलाना—हर मोर्चे पर डॉ. भारती ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों को जीवन में उतार कर समाज के बीच कार्य किया है। यही कारण है कि उत्तराखंड का दलित समाज उन्हें “जीवित अंबेडकर” कहकर सम्मानित करता है।
डॉ. भारती की यह उपलब्धि न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लिए प्रेरणादायक है