जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने किया जागरूकता अभियान का आयोजन
विश्व मानव तस्करी दिवस के अवसर पर आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरिद्वार द्वारा बाल तस्करी की रोकथाम और बाल अधिकारों की सुरक्षा को लेकर बाल सुरक्षा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा नवोदय नगर चौक से ग्राम आन्नेकि तक निकाली गई।
कार्यक्रम का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हरिद्वार श्री नरेन्द्र दत्त ने हरी झंडी दिखाकर किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मानव तस्करी आज एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिसमें बच्चों को भीख मंगवाने, बंधुआ मजदूरी कराने या अंग व्यापार जैसी अमानवीय गतिविधियों में धकेला जाता है। इस पर अंकुश लगाने के लिए कानूनी उपायों के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता भी ज़रूरी है।
बाल सुरक्षा यात्रा में एन्टी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, स्थानीय पुलिस, मुख्य शिक्षा अधिकारी कार्यालय, जिला प्रोबेशन विभाग, श्रम विभाग और ऑक्सफोर्ड स्कूल, पुलिस मॉडर्न स्कूल व सेंट थॉमस स्कूल सहित कई शैक्षणिक संस्थानों ने सक्रिय भागीदारी की। विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से मानव तस्करी के विरुद्ध संदेश दिया।
यात्रा के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरा लीगल वालंटियर्स और विधि प्रशिक्षुओं द्वारा भी बाल तस्करी व बचपन बचाने को लेकर प्रभावशाली प्रस्तुतियां दी गईं। आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला चिकित्साधिकारी की ओर से चिकित्सा दल और एम्बुलेंस भी मौजूद रही।
कार्यक्रम के समापन पर सिविल जज (एस.डी.)/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्रीमती सिमरनजीत कौर ने सभी प्रतिभागियों और सहयोगी संस्थाओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्राधिकरण समाज के वंचित वर्ग को न्याय दिलाने और अपराध के विरुद्ध जागरूकता फैलाने में लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहा है।