अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय, हरिद्वार ने “हरित योग कार्यक्रम” के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण और जनजागरूकता से जुड़े दो महत्त्वपूर्ण कार्य—वृक्षारोपण और गंगा सफाई अभियान—का भव्य आयोजन किया। यह कार्यक्रम योग के साथ-साथ प्रकृति के संरक्षण को जोड़ने की एक सराहनीय पहल बनकर सामने आया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर, गौशाला और वैलनेस सेंटर में औषधीय एवं छायादार पौधों का सामूहिक रोपण किया गया। साथ ही ऋषिकुल घाट पर गंगा स्वच्छता अभियान चलाकर गंगा तट की सफाई की गई, जिसमें छात्रों, शोधार्थियों, शिक्षकों और अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रो. मयंक कुमार अग्रवाल, कुलसचिव श्री आलोक कुमार सिंह, डीन अकादमिक डॉ. ऋत्विक बिसारिया, परीक्षा नियंत्रक प्रो. अरविंद कुमार सिंह एवं प्राकृतिक एवं योग चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. कनक सोनी सहित अनेक शिक्षक, प्रशिक्षक और छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।
पतंजलि विश्वविद्यालय को इस “हरित योग कार्यक्रम” के आयोजन हेतु मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई), आयुष मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से ₹2 लाख की अनुदान राशि प्रदान की गई है। इस संबंध में 13 जून 2025 को संस्थान द्वारा कुलपति आचार्य बालकृष्ण को कार्यक्रम हेतु औपचारिक स्वीकृति और सैद्धांतिक अनुमोदन प्रदान किया गया था।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और योग के समन्वय को प्रोत्साहित करते हुए आमजन को हरित जीवनशैली और सतत स्वास्थ्य के प्रति प्रेरित करना है। योग, प्रकृति और स्वच्छता के गहरे संबंध को उजागर करते हुए पतंजलि विश्वविद्यालय की यह पहल समाज में एक सकारात्मक और प्रेरणादायक संदेश दे रही है।
पतंजलि विश्वविद्यालय, आयुष मंत्रालय और मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान की संयुक्त सहभागिता में संपन्न यह आयोजन न केवल पर्यावरणीय चेतना, बल्कि स्वास्थ्य-संवेदनशील गतिविधियों को भी सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध होगा।