दहरादून, 12 जून 2025*: उत्तराखंड पावर जूनियर इंजीनियर एसोसिएशन (यूपीजेईए) का गलत वरिष्ठता सूची के खिलाफ विरोध प्रदर्शन गुरुवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। विकास सदन, माजरा में आयोजित क्रमिक अनशन में प्रमोद भंडारी, सरिता मेहरा, विकास कुमार और नितिन बुड़ाकोटी अनशन पर बैठे।
यूपीजेईए के वरिष्ठ केंद्रीय महासचिव नितिन तिवारी ने बताया कि हल्द्वानी, अल्मोड़ा, रुद्रपुर सहित प्रदेश भर से सदस्यों ने अनशन में हिस्सा लिया। उन्होंने निगम प्रबंधन पर शासन की कमेटी को गलत तथ्य प्रस्तुत कर गुमराह करने का आरोप लगाया। तिवारी ने कहा कि जब तक गलत वरिष्ठता सूची निरस्त नहीं की जाती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
केंद्रीय अध्यक्ष ई. रविन्द्र सैनी ने निगम प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भीषण गर्मी में सुचारू विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित करने के बजाय प्रबंधन ने अवर अभियंता संवर्ग को सड़कों पर प्रदर्शन के लिए मजबूर किया है। उन्होंने दावा किया कि प्रबंधन ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों और उच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए गलत वरिष्ठता सूची जारी की है। सैनी ने कहा कि संगठन तब तक प्रदर्शन जारी रखेगा, जब तक न्याय नहीं मिलता।
उत्तराखंड विद्युत उपनल कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष विनोद कवि ने भी यूपीजेईए के आंदोलन को समर्थन दिया। सैनी ने बताया कि प्रबंधन की ओर से अधिशासी निदेशक (एचआर) ने वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन संगठन की मांगों पर कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया।
कार्यक्रम में पवन रावत, विमल कुलियाल, सुनील उनियाल, विनोद कुमार शाह, अजय भारद्वाज, कविता, सपना, प्रियंका, रीनू, आरिफ अली, नवनीत चौहान, राजीव खर्कवाल, हरीश नौडियाल, सौरभ चमोली, नरेंद्र सिंह नेगी, सुनील पोखरियाल, के.डी. जोशी, विनीत गुप्ता सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।
एसोसिएशन ने स्पष्ट किया कि गलत वरिष्ठता सूची के खिलाफ उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।