हरिद्वार, 30 मई 2025: मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर शुरू हुई ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना ने जनपद हरिद्वार के दूरस्थ गाँव मोहनावाला की श्रीमती विद्या को आर्थिक तंगी से निकालकर एक सफल डेयरी उद्यमी बनाया है। खानपुर विकासखंड के इस पिछड़े गाँव में, जहाँ रोजगार के अवसर सीमित हैं और अधिकांश लोग दिहाड़ी मजदूरी पर निर्भर हैं, श्रीमती विद्या ने अपनी मेहनत और परियोजना के सहयोग से नई मिसाल कायम की है।
पति के निधन के बाद परिवार की जिम्मेदारी अकेले संभाल रहीं विद्या पहले दिहाड़ी मजदूरी से छह माह में मात्र ₹3,000-5,000 कमा पाती थीं, जो परिवार की बुनियादी जरूरतों के लिए नाकाफी थी। वित्तीय वर्ष 2023-24 में ग्रामोत्थान (रीप) परियोजना के तहत “अल्ट्रा पुअर पैकेज” के लिए चुने जाने के बाद उन्हें ₹35,000 का ब्याज मुक्त ऋण और ₹16,500 का निजी अंशदान मिला। इस ₹51,500 की पूंजी से उन्होंने एक उच्च नस्ल की दुधारू गाय खरीदी।
पशुपालन विशेषज्ञों की सलाह और अपनी मेहनत से विद्या ने गाय की देखभाल शुरू की। जल्द ही गाय ने अच्छी मात्रा में दूध देना शुरू किया, जिसे स्थानीय बाजार में बेचकर वे अब नियमित आय अर्जित कर रही हैं। यह आय न केवल उनके परिवार की जरूरतों को पूरा कर रही है, बल्कि बचत का रास्ता भी खोल रही है। इस पहल ने विद्या के आत्मविश्वास और आत्म-सम्मान को भी नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है।
श्रीमती विद्या की यह उपलब्धि ग्रामोत्थान परियोजना की सफलता का प्रतीक है, जो ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे रही है। उनकी कहानी अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन रही है, जो दर्शाती है कि सही मार्गदर्शन और संसाधनों के साथ ग्रामीण महिलाएं भी अपने सपनों को साकार कर सकती हैं