हरिद्वार: विश्व सनातन परिषद (रजि.) ने श्री अवधूत मंडल आश्रम, बाबा हीरादास हनुमान मंदिर के पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी संतोषानंद देव महाराज को परिषद का संरक्षक नियुक्त किया है। साथ ही उन्हें “विश्व सनातन धर्म गुरु” की उपाधि से सम्मानित किया गया। यह सम्मान समारोह हरिद्वार में आयोजित किया गया, जिसमें परिषद के राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष सुजीत कुमार ने कहा कि विश्व सनातन परिषद सनातन धर्म की पुनःस्थापना के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस कड़ी में डॉ. स्वामी संतोषानंद को यह सम्मान व दायित्व सौंपा गया।
सम्मान के तहत उन्हें प्रशस्ति पत्र और गंगा जल प्रतीक स्वरूप भेंट किया गया। इस अवसर पर स्वामी संतोषानंद ने कहा, “सनातन धर्म विश्व का प्राचीनतम धर्म है, जो सभी धर्मों का मूल है। इसके चार अंग—धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष—मानवतावाद का आधार हैं। वेदों, पुराणों और उपनिषदों में इसका सार निहित है। प्रत्येक सनातन धर्मावलंबी को इसके ज्ञान से परिचित होना चाहिए।”
कार्यक्रम में बेलीराम आश्रम के महंत स्वामी श्यामदास, मुनीम अग्रेश, पं. राजेंद्र अवस्थी, विजय शर्मा, अनिल कुमार, डॉ. अमन सहित अनेक संत-महंत व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।