सीतामढ़ी, बिहार: माता सीता की प्राकट्य स्थली पुनौरा धाम, सीतामढ़ी में वीर कुंवर सिंह जयंती के अवसर पर पूज्यपाद जगद्गुरु शंकराचार्य गोवर्धन पीठाधीश्वर महाराज के आशीर्वाद से उनके शिष्य श्री प्रेमचंद्र झा के सानिध्य में भव्य हिंदू राष्ट्र अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस अधिवेशन में भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने और पुनौरा धाम के विकास के लिए महत्वपूर्ण चर्चाएं हुईं।
श्री प्रेमचंद्र झा ने अपने संबोधन में सरकार से मांग की कि पुनौरा धाम को अयोध्या से जोड़ा जाए, ताकि यह स्थल वैश्विक स्तर पर आकर्षण का केंद्र बने। उन्होंने कहा कि सीतामढ़ी का विकास न केवल भारत, बल्कि नेपाल के साथ रोटी-बेटी के रिश्ते को और मजबूत करेगा, क्योंकि माता जानकी दोनों देशों की सांस्कृतिक धरोहर हैं। पूज्य शंकराचार्य जी के उद्घोष का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि भारत से पहले नेपाल हिंदू राष्ट्र बनेगा।
अधिवेशन में उपस्थित बिहार प्रदेश संत समिति के अध्यक्ष श्री भूषण जी महाराज ने हिंदू राष्ट्र के निर्माण में संतों की भूमिका पर जोर दिया। पुनौरा धाम के महंत के उत्तराधिकारी श्री राम कुमार दास जी ने शंकराचार्य जी के अभियान को जन-जन तक पहुंचाने की बात कही। मानस प्रचार अभियान की प्रमुख श्रीमती ललिता किशोरी जी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
अध्यक्षीय भाषण में डॉ. बसंत कुमार मिश्रा ने शंकराचार्य जी के व्यक्तित्व और उनके हिंदू राष्ट्र निर्माण के संकल्प पर प्रकाश डाला। उन्होंने सीतामढ़ी में शंकराचार्य जी के कार्यक्रम के लिए एक समिति गठन का प्रस्ताव रखा। कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी श्री अग्निये कुमार ने किया।
अधिवेशन में समाजसेवी श्री उमेश चंद्र झा, राजीव मिश्र, संदीप बिहारी महाराज, मनीष पाठक, बलराम दुबे, पिनाकी कुमार, राजेश झा, लक्ष्मण झा, श्रीमती आशा झा, श्रीमती श्यामा देवी, श्रीमती सरिता देवी, अशोक कुमार मंडल, अनिल कुमार सिंह, नूतन देवी सहित अनेक भक्तजन उपस्थित रहे। सभी ने भव्य भारत के निर्माण में अपने-अपने क्षेत्र में योगदान देने का संकल्प लिया।
यह अधिवेशन पुनौरा धाम के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को उजागर करने के साथ-साथ भारत-नेपाल संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।