*मसूरी, राजवीर सिंह रौछेला*
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस जघन्य घटना के खिलाफ पर्यटन नगरी मसूरी में भी आक्रोश देखने को मिला। शुक्रवार को लंढौर मस्जिद में जुम्मे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय ने काली पट्टी बांधकर हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और घटना की कड़ी निंदा की। समुदाय ने एकजुट होकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।
लंढौर मस्जिद में नमाज के बाद आयोजित सभा में शिमून अहमद ने कहा, “पहलगाम की घटना किसी समुदाय विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि इंसानियत का कत्ल है। हम भारत सरकार से मांग करते हैं कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को कठोर सजा दी जाए।”
मोहम्मद शाहिद ने भावुक होते हुए कहा, “इस घटना ने पूरे हिंदुस्तान को झकझोर दिया है। मुस्लिम समाज इसकी कड़ी निंदा करता है और पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है।”
वहीं, मोहम्मद मोनिस ने बताया, “आज जुम्मे की नमाज के दौरान मुस्लिम समुदाय ने काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की और इस अमानवीय कृत्य के खिलाफ एकजुटता दिखाई। हम शांति और भाईचारे के पक्षधर हैं और ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
मसूरी में मुस्लिम समुदाय का यह कदम एकता और मानवता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। समुदाय ने केंद्र सरकार से आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की अपील की है।