मुंबई, 30 जनवरी – हिंदू जनजागृति समिति ने तीस्ता सेटलवाड और उनकी संस्था ‘सिटिजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस’ (सी.जे.पी.) पर हिंदू संगठनों और हिंदुत्वनिष्ठ नेताओं के खिलाफ झूठी शिकायतें दर्ज कर पुलिस तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में समिति ने मुंबई के सहायक पुलिस आयुक्त (कानून और व्यवस्था) श्री सत्यनारायण चौधरी को शिकायत सौंपी।
शिकायत दर्ज कराने के दौरान समिति के मुंबई जिला समन्वयक बळवंत पाठक, भूमिपुत्र सामाजिक संस्था के अध्यक्ष सुभाष अहिर, मानव सेवा प्रतिष्ठान के संस्थापक अध्यक्ष विनायक शिंदे, श्री परशुराम तपोवन आश्रम (वसई) के सदस्य संदीप तुळसकर, महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के संगठक विलास निकम, रणरागिणी शाखा की स्नेहल गुरव और राष्ट्रभक्त अधिवक्ता समिति के अधिवक्ता अनिश परळकर उपस्थित थे।
समिति ने आरोप लगाया कि ‘सी.जे.पी.’ संस्था हिंदू संगठनों के खिलाफ झूठी शिकायतों की श्रृंखला बनाकर समाज में वैमनस्यता फैला रही है। उन्होंने इस संस्था की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग की भी जांच की मांग की, यह संदेह जताते हुए कि इसके पीछे ‘डिप स्टेट’ या ‘अर्बन नक्सलवादियों’ का हिंदू विरोधी षड्यंत्र हो सकता है।
इसके अलावा, समिति ने तीस्ता सेटलवाड पर पहले से मौजूद गंभीर आरोपों का हवाला देते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ झूठे आरोप लगाए, अदालत में गलत सबूत प्रस्तुत किए और गवाहों को भड़काने का काम किया।
समिति का कहना है कि हिंदू संगठनों को अनुच्छेद 19(1)(अ) के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता प्राप्त है, लेकिन उनके खिलाफ झूठी शिकायतें दर्ज कर उत्पीड़न किया जा रहा है। समिति ने इस संबंध में मुख्यमंत्री, गृह सचिव और माहिम पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को भी शिकायत की प्रति भेजी है।